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साहित्य - लेखनी कविता -06-Mar-2022

समाज का दर्पण कहलाये जो
सत्य, शिव, सुंदर भाव जगाए 
सर्वजन हिताय वो सिखाता है 
सुन्दरतम साहित्य कहलाता है।

मानव वेदना उजागर करे जो
यथार्थता का आइना दिखाए
वीरों की नित कथा सुनाता है
सच्चा साहित्य बन जाता है।

बाल लीलाओं को दर्शाए जो
प्रेम प्रसंगों को अमर कर जाए
निराश दिल में आस जगाता है
सच्चा साहित्य वही कहलाता है।

भूले-बिसरों की याद दिलाए जो
कर्म पथ पर चलना सिखाए जो 
उचित-अनुचित हमें बतलाता है
सच्चा साहित्य वही कहलाता है।

नैतिक मूल्यों कर ज्ञान कराये जो
मानवता ही धर्म हमें सिखाए जो 
इतिहास से परिचय भी कराता है
सच्चा साहित्य वही कहलाता है।

भारत दुर्दशा का भान कराए जो
विभाजन की त्रासदी दिखाये जो
विषम कुरीतियों से हमें बचाता है
सच्चा साहित्य वही कहलाता है।

वासना से परे जीना सिखाये जो
माटी की खुशबू से दिल महकाए
रण में बांकुरों में ओज जगाता है
सच्चा साहित्य वही कहलाता है।

त्योहारों का महत्त्व बतलाए जो
सच्ची भक्ति करना सिखाए जो
अहम के दुष्परिणाम बताता है
सच्चा साहित्य वही कहलाता है।

रामराज्य का प्रतिरूप दिखाए जो
माँ शारदे की आराधना कराए जो
राष्ट्र उन्नति में सहयोग दे जाता है
सच्चा साहित्य वही कहलाता है।

शब्दों में भावनाओं को दर्शाए जो
निज संस्कृति का मान बढ़ाए जो
समत्व  मार्ग की ओर ले जाता है
सच्चा साहित्य वही कहलाता है।

गद्य-पद्य की निर्मल गंगा बहाए जो
जीवन में पावन ज्योति जलाए जो
रस, छंद जिसका सौंदर्य बढ़ाता है  
सच्चा साहित्य वही कहलाता है।

एकता का पावन ध्वज लहराए जो
जाति संप्रदाय का भेद मिटाए जो
हर  भाषा को सम्मान दिलाता है
सच्चा साहित्य वही कहलाता है।

                             डॉ. अर्पिता अग्रवाल

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7 Comments

Seema Priyadarshini sahay

07-Mar-2022 05:24 PM

बहुत ही खूबसूरत

Reply

Zakirhusain Abbas Chougule

06-Mar-2022 08:34 PM

Very nice

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Dr. Arpita Agrawal

06-Mar-2022 09:46 PM

Thanks a lot Sir

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Gunjan Kamal

06-Mar-2022 05:22 PM

शानदार प्रस्तुति 👌

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Dr. Arpita Agrawal

06-Mar-2022 05:23 PM

धन्यवाद गुंजन जी ❤

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